Chandu Champion: कार्तिक आर्यन की दमदार अदाकारी, लेकिन कहानी में कमी

फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ की कहानी और कार्तिक आर्यन का किरदार

‘Chandu Champion’ कार्तिक आर्यन की प्रमुख फिल्म है। वह मुरलीकांत पेटेकर का किरदार निभा रहे हैं, जिन्होंने घरवालों से छुपकर कुश्ती सीखी। अखाड़े में गांव के दामाद को हराकर भागना पड़ा। भागते-भागते वे सेना में भर्ती हुए। सेना में रहते हुए उन्होंने ओलंपिक का स्वर्ण पदक जीतने का सपना देखा, और जब स्वर्ण पदक मिला, तब तक उनके शरीर में नौ गोलियां लगी थीं। उन्होंने लंबे समय तक कोमा में रहकर संघर्ष किया। कमर के नीचे का हिस्सा निष्क्रिय हो चुका था। आत्महत्या की कोशिशें भी कीं। रतन खत्री की बायोपिक ‘मटका किंग’ में भी उन्होंने अपनी किस्मत आजमाई। मुरलीकांत पेटेकर की कहानी वास्तव में दिलचस्प है। फिल्म की कहानी वहां से शुरू होती है जहां बुजुर्ग मुरलीकांत भारत के राष्ट्रपति के खिलाफ ‘एफआईआर’ दर्ज कराने पहुंचे हैं। भारत के किसी भी थाने या अदालत में राष्ट्रपति के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हो सकता। फिल्म की शुरुआत भूतपूर्व राष्ट्रपतियों के नामों के साथ होती है, जो इसकी पहली बड़ी गलती है।

पटकथा की कमजोरियां

फिल्म ‘Chandu Champion’ की कहानी ऐसी है जिसे आम दर्शक नहीं जानते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पद्मश्री देने की मुहिम के दौरान मुरलीकांत पेटकर को पद्मश्री मिला और निर्देशक कबीर खान ने फिल्म बनाने का निर्णय लिया। यह कहानी एक व्यक्ति की जिद और संघर्ष की है, जो समाज से सीधे नहीं जुड़ती। खेल पत्रकार नयनतारा के रूप जाल में फंसकर बॉक्सिंग का फाइनल हारने का अध्याय फिल्म का टर्निंग प्वाइंट हो सकता था, लेकिन कबीर खान इसे ठीक से पेश नहीं कर पाए।

कार्तिक आर्यन की अब तक की सबसे बेहतरीन फिल्म

Chandu Champion
Chandu Champion

‘Chandu Champion’ के तीन खास कारण

फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ को देखने के लिए तीन महत्वपूर्ण कारण हैं, जिनकी वजह से यह फिल्म थ्री-स्टार रेटिंग पा सकती है। सबसे पहला कारण है कार्तिक आर्यन का अभिनय। कार्तिक ने अब तक ‘बॉय नेक्स्ट डोर’ जैसे किरदारों में खूब नाम कमाया है। ‘धमाका’ में उन्होंने नया करने की कोशिश की लेकिन असफल रहे। ‘फ्रेडी’ में उनका अभिनय बेहतरीन था, लेकिन दर्शकों की संख्या कम थी। करण जौहर द्वारा ‘दोस्ताना’ से निकाले जाने के बाद निर्माता साजिद नाडियाडवाला ने उन्हें संभाला था। ‘सत्यप्रेम की कथा’ के बाद साजिद के साथ कार्तिक की यह दूसरी फिल्म है, और इसमें कार्तिक ने खूब मेहनत की है। सोशल मीडिया पर वायरल फोटोशॉप तस्वीरों को नजरअंदाज करें तो भी फिल्म में उनकी मेहनत झलकती है। दिक्कत बस यही है कि उन्हें सहारा देने वाला कोई दमदार सह-कलाकार नहीं है। यह फिल्म पूरी तरह से कार्तिक आर्यन पर आधारित है।

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सह-कलाकारों की कमी

फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ में विजय राज, राजपाल यादव, भुवन अरोड़ा, यशपाल शर्मा, श्रेयस तलपड़े और सोनाली कुलकर्णी जैसे अनुभवी कलाकार हैं, लेकिन इनका उपयोग ‘एपिसोडिक’ होने के कारण वे फिल्म के मजबूत सहायक नहीं बन पाए। विजय राज की कास्टिंग भी उचित नहीं लगती क्योंकि वे पहले ही ‘शाबाश मिठू’ में तापसी पन्नू के कोच का किरदार निभा चुके हैं, जिससे बार-बार वह फिल्म याद आती रहती है। विजय राज के साथ दिक्कत यह भी है कि उनका आत्म-गौरव उन्हें पूरी तरह से किरदार में नहीं घुलने देता। वे किरदार को अपने ऊपर नहीं ओढ़ते, बल्कि किरदार को विजय राज का रूप दे देते हैं, जो किसी भी कलाकार के लिए खतरनाक है। फिल्म ‘Chandu Champion’ देखने का दूसरा कारण साथी कलाकार नहीं बल्कि प्रोडक्शन डिजाइन टीम की मेहनत है। और तीसरा कारण है कबीर खान का निर्देशन।

कबीर खान की मेहनत

फिल्म की प्रोडक्शन डिजाइन टीम ने फिल्म की शूटिंग में जबरदस्त मेहनत की है, जो साफ नजर आती है। फिल्म का निर्देशन कबीर खान ने किया है, और उनका निर्देशन फिल्म को एक नई ऊंचाई पर ले जाता है। हालांकि, सही पटकथा और दमदार सह-कलाकारों की कमी के बावजूद, कार्तिक आर्यन की शानदार अदाकारी और कबीर खान की निर्देशन की वजह से यह फिल्म देखने लायक बन जाती है।

Movie Review:-चंदू चैंपियन
कलाकार:-कार्तिक आर्यन, भाग्यश्री बोरसे, भुवन अरोड़ा, यशपाल शर्मा, विजय राज, राजपाल यादव, श्रेयस तलपदे,
सोनाली कुलकर्णी आदि
लेखक:-कबीर खान, सुमित अरोड़ा, सुदीप्तो सरकार
निर्देशक:-कबीर खान
निर्माता:-साजिद नाडियाडवाला
रिलीज:-14 जून 2024
रेटिंग:-3.5/5
ट्रेलर:link

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