शानदार एक्टिंग से फिर जीवित किया रणदीप हुडा ने वीर सावरकर जी को

भारतीय सिनमा में कुछ समय से  महान  लोगो के जीवन पर आधारित कई फिल्मे आयी है।  जिनमे से कुछ ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया है तो कुछ मुंह के बल गिरी है उनमे से  आज हम आपके सामने लेकर आ रहे है हालिया रिलीज हुई फिल्म भारतीय क्रांतिकारी में से एक वीर सावरकर जी के जीवन पर आधारित फिल्म को जिसमें मुख्य किरदार रणदीप हुडा ने निभाया है।

भारतीय क्रांतिकारी वीर सावरकर जी के जीवन पर आधारित ये सिनेमा की दुनिया में पहली मूवी है इससे पहले आज तक उन पर कोई फिल्म नहीं बनी है।  फिल्म 22 मार्च  को रिलीज कर दी गई है फिल्म में रणदीप ने शानदार किरदार निभाया है। फिल्म की कहानी को अच्छे से 2 घंटे 58 मिनट में दर्शाया गया है इस फिल्म को हम अपनी तरफ से (unboxbollywood) दस में से पुरे 7 रेटिंग देंगे। फिल्म में कुछ ऐसे डायलॉग है जिन्हे सुनकर आप अपनी सीट पर खड़े होकर सलाम ठोकेंगे।

क्या है फिल्म की कहानी 

शानदार एक्टिंग से फिर जीवित किया रणदीप हुडा ने वीर सावरकर जी को
शानदार एक्टिंग से फिर जीवित किया रणदीप हुडा ने वीर सावरकर जी को

भारतीय क्रांतिकारी वीर सावरकर फिल्म की कहानी शुरू होती है उस समय के 18 वीं सदी के अंत से जहां देश में प्लेग महामारी फैली हुई है। लोग मरे जा रहे हैं। देश गुलामी की जंजीरों में और तेजी से जकड़ाता हुआ जा रहा है। इसी बीच महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव में विनायक दामोदर सावरकर का जन्म होता है। फिल्म में सावरकर जी के बचपन को दर्शाया गया है जिसमे वह बचपन से ही अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति के लिए तैयार है। वे अपने देश से अंग्रेजों को भगाना चाहते हैं। जिसके लिए सावरकर और उनके भाई गणेश दामोदर ने 1904 में अभिनव भारत नाम से एक संगठन बनाये थे।

सावरकर का हमेशा से यही मानना था कि अंग्रेजों को अहिंसा से नहीं हराया जा सकता। अगर उन्हें घर से बाहर निकालना है तो इसके लिए लोगों को हथियार उठाने पड़ेंगे। अंग्रेजों से लोहा लेने के लिए सावरकर उन्हीं के देश लंदन चले जाते हैं। वहीं से वे अपनी क्रांति को जारी रखते हैं। लंदन में वीर सावरकर जी के कुछ सहयोगी अंग्रेज अधिकारियों की हत्या कर देते हैं। फिर सावरकर के ऊपर साजिश करने का आरोप लगाया जाता है। उन्हें गैरकानूनी रूप से भारत भेजकर कालापानी की सजा दे दी जाती है। कालापानी की सजा के दौरान उन्हें असहनीय पीड़ा दी जाती है।

कई साल जेल में बिताने के बाद सावरकर एक के बाद एक कई दया याचिका दायर करते हैं। परन्तु, इन याचिकाओं के पीछे भी उनकी एक सोची समझी रणनीति रहती है। वह कहते हैं कि जेल में रहकर मरने से बेहतर है कि बाहर निकलकर देश के लिए कुछ किया जाए। जेल से छूटने के बाद उनका संपर्क शहीद भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी से होता है। इसके बाद भारत को आजादी मिलने तक सावरकर लड़ाई लड़ते रहे।

स्टार कास्ट 

फिल्म में रणदीप हुडा ने विनायक दामोदर सावरकर जी का किरदार शानदार निभाया है वही फिल्म के एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे रही है उन्होंने यमुना बाई का किरदार शानदार निभाया है वही अपिंदरदीप सिंह ने हरनाम सिंह और अमित सियाल ने मार्क बेनिंगटन का रोल शानदार निभाया है।

रेटिंग 

भारतीय क्रांतिकारी वीर सावरकर जी के जीवन पर आधारित ये सिनेमा की दुनिया में पहली फिल्म है जिसे हम अपनी तरफ से फिल्म में रणदीप हुडा के किरदार, जोश एक्टिंग को देखते हुए दस में से 7 नंबर देंगे।

अगर आपने अभी तक ये फिल्म नहीं देखी है तो जरूर देखना और आप देखकर हमें जरूर बताना आप इस फिल्म को कितने नंबर देना चाहोगे।

वीर सावरकर फिल्म ट्रेलर 

फिल्म में रणदीप हुडा ने विनायक दामोदर सावरकर का जो रोल निभाया है उसे आप फिल्म के ट्रेलर में अभी निचे क्लिक करके देख सकते है।

फिल्म ट्रेलर

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