ट्रेलर हुआ रिलीज़
Godhra Trailer की शुरुआत एक भयावह ट्रेन हमले से होती है। आग की लपटों में घिरे मासूम लोगों की चीखों के बीच एडवोकेट के किरदार में रणवीर शौरी कहते हैं, “साबरमती ट्रेन को जलाया नहीं गया, बल्कि जलने दिया गया।” बाहर एक महिला मीडिया को इंटरव्यू में सवाल उठाती है, “हजारों लोगों की हत्या, गैंगरेप, यह साजिश नहीं तो और क्या है?“
रणवीर शौरी अपनी दलील को जोर देकर रखते हैं, “प्रशासन अपनी गैरजिम्मेदारी छुपाने के लिए कहानी बना रहा है। जब हमला हुआ, तो आरपीएफ कहाँ थी? गलती से आग लगने पर फायर ब्रिगेड कहाँ थी? योर ऑनर, साबरमती ट्रेन की घटना साजिश नहीं थी।” इसके जवाब में मनोज जोशी कहते हैं, “साबरमती ट्रेन एक्सीडेंट एक साजिश थी।” उनकी कापती आवाज चलती ट्रेन के शोर में खो जाती है। ट्रेलर के इस हिस्से में एक सवाल उठता है, “आखिर साबरमती ट्रेन पर ही हमला क्यों किया गया?”
गोधरा कांड पर बनी फिल्म ‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ का बहुप्रतीक्षित ट्रेलर जारी हो चुका है। 22 साल पुराने इस मामले का सच जानने के लिए सभी उत्सुक हैं।
‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ ट्रेलर रिलीज़: 2002 के गोधरा कांड की गुत्थियां सुलझाने का दावा
गोधरा कांड पर आधारित फिल्म ‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ का बहुप्रतीक्षित ट्रेलर रिलीज़ हो चुका है। ट्रेलर ने आते ही 2002 की इस दुखद घटना पर चर्चा को फिर से जीवंत कर दिया है, जिससे कई नए सवाल भी उत्पन्न हो गए हैं। इस फिल्म में रणवीर शौरी मुख्य भूमिका में हैं। हाल ही में रिलीज़ हुए टीजर ने ही दर्शकों की उत्सुकता बढ़ा दी थी, जिससे ट्रेलर का इंतजार और बढ़ गया था।
गोधरा कांड का सत्य उजागर करेगी फिल्म?
‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ नानावती-मेहता आयोग की रिपोर्ट पर आधारित है, जो गोधरा कांड की जांच के लिए गठित किया गया था। ट्रेलर देखने के बाद फिर से सवाल उठ रहे हैं कि साबरमती एक्सप्रेस में आग क्यों लगी? इतने लोगों की हत्या और सामूहिक बलात्कार कैसे हुआ? क्या अधिकारियों ने अपनी लापरवाही छुपाने के लिए कहानियां गढ़ीं? जब घटना हुई, तो फायर ब्रिगेड और आरपीएफ कहां थे? इस घटना में कई लोगों के जिंदा जलने से उनकी मौत हो गई थी। रणवीर शौरी इस विवादास्पद मामले में न्याय की लड़ाई लड़ते हुए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
निर्माता बी.जे. पुरोहित ने व्यक्त किया उत्साह
ओम त्रिनेत्र फिल्म्स के बैनर तले बी.जे. पुरोहित द्वारा निर्मित ‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ का उद्देश्य गोधरा ट्रेन जलने की घटना की सच्चाई को उजागर करना है। बी.जे. पुरोहित ने कहा, “लोग गोधरा घटना को 2002 के हिंदू-मुस्लिम दंगों के परिणाम के रूप में जानते हैं, लेकिन वे गोधरा के बाद की घटनाओं को गोधरा से पहले क्यों मानते हैं? गुजरात दंगों के पीछे की सच्चाई क्या है? गोधरा कांड की सच्चाई को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करने या इसे एक दुर्घटना या तात्कालिक संघर्ष के रूप में पेश करने की मानसिकता क्या थी? इस घटना में मारे गए 59 लोगों की भावनाओं को जनमानस में आवाज क्यों नहीं दी गई? 27 फरवरी 2002 को गोधरा स्टेशन पर हुई इस घटना की सुनियोजित साजिश पर नानावती-शाह मेहता आयोग की जांच के तथ्यों और सूचनाओं को सिनेमा के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।”
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निर्देशक का फिल्म को लेकर बड़ा बयान
निर्देशक एम.के. शिवाक्ष ने कहा, “हम पिछले पांच वर्षों से ‘एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा’ पर काम कर रहे हैं। मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि यह फिल्म इन वर्षों के दौरान व्यापक शोध का परिणाम है। यह कहना गलत होगा कि ट्रेन हमले की योजना थी या नहीं यह पहले से तय है या नहीं, लेकिन फिल्म इन सवालों के जवाब उजागर करती है। यह शोध को विश्वविद्यालय स्तर तक ले जाती है और फिर गोधरा घटना से जुड़ी जानकारी को मेरे नजरिए के फिल्टर के माध्यम से प्रस्तुत करती है।”