Chhota Bheem And The Curse Of Damyaan Review

पिछले डेढ़ दशक में टेलीविजन और ओटीटी के माध्यम से छोटा भीम का किरदार देश के हर कोने तक पहुँच चुका है। इस किरदार पर बनी एनीमेशन सीरीज ने छोटा भीम की एनीमेशन फिल्मों को भी मार्गदर्शन दिया। ‘छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयान’ नामक एक एनीमेशन फिल्म पहले भी बन चुकी है। लेकिन, किसी देसी एनीमेशन किरदार पर आधारित और सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली ‘छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयान/Chhota Bheem And The Curse Of Damyaan’ देश की पहली लाइव एक्शन फिल्म है। छोटा भीम की लोकप्रियता जिन आयु वर्ग के बच्चों में है, उनके लिए यह फिल्म माता-पिता के साथ सिनेमाघरों की सैर करने का अच्छा बहाना है और फिल्म निर्माताओं का उद्देश्य अपने इसी लक्षित वर्ग को सिनेमाघरों तक लाना है।

भैरव और बुज्जी बनाने वालों की फिल्म

हैदराबाद स्थित ग्रीन गोल्ड एनीमेशन स्टूडियो वही कंपनी है जिसने फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी‘ की पूर्वगाथा के रूप में ‘भैरव और बुज्जी’ नामक एनीमेशन सीरीज बनाई है। अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई इस एनीमेशन सीरीज के रिलीज के दिन ही फिल्म ‘छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयान’ भी सिनेमाघरों में आ चुकी है। कहानी ढोलकपुर गांव की है, जहां दमयान नामक एक दुष्ट नागपुरुष का आतंक फैला हुआ है। गांव के सबसे बड़े रक्षक यानी छोटा भीम को अब समय में पीछे जाकर उस समय दमयान को खत्म करना है जब वह खुद को सर्वशक्तिमान बनाने की कोशिश कर रहा था। वर्तमान से अतीत के बीच घूमती इस कहानी में छोटा भीम की अपनी मंडली है। उसका एक हमउम्र प्रतिद्वंद्वी भी है और हैं तमाम सारे जादू, टोने, टटके जो छोटे बच्चों के लिए मनोरंजन का अच्छा साधन हो सकते हैं।

सीक्वल की अभी से तैयारी

Chhota Bheem
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ग्रीन गोल्ड स्टूडियो ने छोटा भीम को बड़े पर्दे पर लाने के लिए भी पूरी तैयारी कर ली है। फिल्म नेटफ्लिक्स के लिए पहले ही बिक चुकी है और सैटेलाइट अधिकार भी अच्छी कीमत पर बेचे गए हैं। ‘छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयान’ फिल्म के अंत में इसके सीक्वल की भी घोषणा की गई है, जिससे यह समझा जा सकता है कि छोटा भीम की फिल्मों की श्रृंखला बड़े पर्दे पर भी जारी रहने वाली है। भारत, जो कि लगभग डेढ़ अरब की आबादी वाला देश है, को दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने वाला देश माना जाता है, लेकिन बच्चों की फिल्में बनाने को लेकर अब तक कोई विशेष स्टूडियो स्थापित नहीं हो पाया है। बच्चे डिज्नी की फिल्मों का इंतजार करते हैं और इसीलिए ‘जंगल बुक’, ‘लायन किंग’ और ‘मोआना’ जैसी फिल्में देश में अच्छा कारोबार करती हैं।

यज्ञ भसीन ने ‘छोटा भीम’ के रूप में मचाई धूम

फिल्म ‘छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयान’ की मेकिंग और इसका एनीमेशन भले ही डिज्नी की फिल्मों जैसा नहीं है, लेकिन भारत में बड़े पर्दे पर इस दिशा में कदम रखना ही एक साहसिक प्रयास माना जा सकता है। उत्तराखंड से आए यज्ञ भसीन की बड़े पर्दे पर इस फिल्म के माध्यम से लीड रोल में शुरुआत हो रही है। यज्ञ हिंदी फिल्मों और धारावाहिकों के चर्चित कलाकार हैं। किसी फिल्म के मुख्य किरदार को निभाना किसी भी कलाकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है। हट्टे-कट्टे शरीर के बावजूद चेहरे की मासूमियत, जो इस किरदार के लिए जरूरी है, उस पर यज्ञ सौ फीसदी खरे उतरे हैं। हरे पर्दे के सामने न दिखने वाले किरदारों की सिर्फ कल्पना करके अभिनय करना भी उनके लिए चुनौतीपूर्ण रहा होगा, लेकिन इसे भी उन्होंने सफलतापूर्वक निभाया है।

राजीव चिलका का उत्कृष्ट प्रयास

ग्रीन गोल्ड स्टूडियो के मालिक राजीव चिलका ही ‘छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयान’ के निर्देशक हैं। उनकी पत्नी मेघा फिल्म की निर्माता हैं। अमेरिका में कंप्यूटर इंजीनियरिंग का अच्छा करियर छोड़कर, राजीव एनीमेशन का ज्ञान हासिल करने के बाद भारत लौटे और आज उनकी कंपनी देश के बड़े एनीमेशन स्टूडियो में गिनी जाती है। तकनीक का उन्हें अच्छा ज्ञान है और सिनेमा की बारीकियों को भी वह धीरे-धीरे सीख रहे हैं। बतौर निर्देशक बड़े पर्दे की अपनी पहली फिल्म में उन्होंने काफी कुछ सीख लिया है। फिल्म में दमयान और छोटा भीम के साथी बंदर को कंप्यूटर पर ही रचा गया है और ये दोनों किरदार बड़े पर्दे पर काफी प्रभावी हैं।

Chhota Bheem And The Curse Of Damyaan कहानी और कास्टिंग में सुधार की आवश्यकता

Chhota Bheem
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‘छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयान’ की कमजोरियों में इसकी साधारण कहानी एक बड़ी बाधा है। इसमें कल्पनाओं की और ऊंची उड़ान की जरूरत है। फिल्म के लिए चुने गए बाल कलाकारों की शूटिंग से पहले दो-तीन कार्यशालाएं किसी ऐसे निर्देशक के साथ करानी जरूरी थीं, जिन्हें बच्चों से अभिनय कराने का अनुभव हो। अनुपम खेर को छोटा भीम के गुरु के रूप में लेना फिल्म की कास्टिंग की सबसे बड़ी सफलता रही है। उनके नाम से फिल्म को एक अतिरिक्त बल मिलता है। हालांकि मकरंद देशपांडे और नवनीत ढिल्लों के लिए यह बात नहीं कही जा सकती। फिल्म के कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा खुद भी यहां गुलाब चाचा के किरदार में हैं।

बेहतर फ्रेंचाइजी की उम्मीद बनी हुई है

तकनीकी तौर पर फिल्म ‘छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयान’ को पासिंग मार्क्स दिए जा सकते हैं, लेकिन इस फ्रेंचाइजी को वैश्विक स्तर पर एक दमदार फ्रेंचाइजी के रूप में विकसित करने के लिए राजीव चिलका को बेहतर कहानियों और एनीमेशन तकनीशियनों की जरूरत होगी। इस संदर्भ में डिज्नी की फिल्में उनका आदर्श हो सकती हैं। मोशन कैप्चर तकनीक का उपयोग अगर वह अपनी अगली फिल्मों में कर पाएं तो यह सीरीज बच्चों के लिए एक बढ़िया फ्रेंचाइजी के रूप में उभर सकती है। फिल्म का गीत-संगीत कमजोर है। जमीन से जुड़ी फिल्मों में लोक संगीत और पारंपरिक वाद्य यंत्रों का इस्तेमाल जरूरी है। उम्मीद है कि इस फिल्म से सबक लेकर राजीव चिलका अपनी अगली फिल्मों में एक नई लकीर खींचने में सफल रहेंगे।

Movie Review:-छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयान (2024)
कलाकार:-यज्ञ भसीन, आश्रिया मिश्रा, कबीर साजिद, दिव्यम डावर, दैविक डावर, अद्विक जायसवाल, मकरंद देश पांडे, नवनीत
ढिल्लों, मुकेश छाबड़ा और अनुपम खेर
लेखक:-नीरज विक्रम और श्रीदिशा
निर्देशक:-राजीव चिलका
निर्माता:-मेघा चिलका
रिलीज:-31 मई 2024
रेटिंग:- 2.5/5
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